प्रयागराज। आरओ/एआरओ-2017 की मुख्य परीक्षा में शामिल जो परीक्षार्थी अपना अभ्यर्थन निरस्त कराना चाहते थे, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने उसने आवेदन मांगे थे। कुल 156 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। आयोग ने इन्हें अपनी बात रखने के लिए 29 जनवरी तक का अंतिम मौका दिया है। इसके बाद मान लिया जाएगा कि अभ्यर्थी को कुछ नहीं कहना और उसका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र की ओर से इस बाबत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। आरओ/एआरओ परीक्षा-2017 का टाइप टेस्ट भी हो चुका है। ऐसे में आयोग 29 जनवरी के बाद किसी भी दिन अंतिम चयन परिणाम घोषित कर सकता है। चर्चा है कि फरवरी के पहले सप्ताह में रिजल्ट आ सकता है। आयोग ने पिछले दिनों मुख्य परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों से इस आशय के आवेदन मांगे थे कि कोई अभ्यर्थी अगर अपना अभ्यर्थन निरस्त कराना चाहता है तो आयोग में आवेदन करे।दरअसल, आरओ/एआरओ की परीक्षा में चयनित होने वाले तमाम अभ्यर्थी पीसीएस या अन्य उच्च सेवाओं में भी चयनित हो जाते हैं और बाद में आरओ/आरओ में चयन होने पर वे ज्वाइन नहीं करते हैं। ऐसे में आरओ/एआरओ के पद रिक्त रह जाते हैं। इसी के मद्देनजर आयोग ने आवेदन मांगे थे और अभ्यर्थन निरस्त कराने को अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। इन अभ्यर्थियों अगर इस बारे में कुछ कहना है तो वे 29 जनवरी तक स्पीड पोस्ट के माध्यम से या आयोग के काउंटर नंबर तीन पर उपस्थित होकर प्रार्थनापत्र दे सकते हैं। अगर वे कुछ नहीं कहते हैं तो पूर्व में दिए गए आवेदन के आधार पर अभ्यर्थन निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।