बंगाल में सत्ता परिवर्तन संभव या असंभव इस बिषय पर विभिन्न माननीयों ने इस मामले में कहा जैसे सिदो कान्हु उच्च विद्यालय दुमका के सचिव प्रदीप्त मुखर्जी ने कहा कि बंगाल की सत्ता वहां के वोटरों पर निर्भर है यदि फेयर वोटिंग होगी तो सत्ता परिवर्तन संभव है । इसके लिए लोगों को डर छोड़ कर घर से बाहर निकल वोटिंग करना होगा।अभय आनंद ने कहा कि बंगाल में इस बार सत्ता परिवर्तन संभव है क्योंकि लोग तत्तकालीन सरकार से परेशान हैं।यह सरकार कभी राम के नाम पर तो कभी दुर्गा पूजा तो कभी सरस्वती पूजा के नाम पर एक दूसरे को लड़ाती है।हालांकि भास्कर मुखर्जी का कहना है कि बंगाल के बिषय में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी क्योंकि बंगाल में सत्ता पक्ष का वोटर साइलेंट है अतः उन्हें कम आंकना बेइमानी होगी साथ ही अल्पसंख्यकों का वोट तथा बड़ी संख्या में सवर्णों का वोट सत्यता पक्ष के साथ है। उत्तम गुप्ता ने कहा कि इस बार प्रतिपक्ष के सभा रैलियोंमें लोगों की भीड़ को देखकर लगता है कि परिवर्तन संभव है। नरेश ठाकुर ने कहा कि बंगाल में सत्ता परिवर्तन होगा ही क्योंकि बंगाल में ढेरों विसंगतियां हैं जो सत्ता परिवर्तन के लिए काफी है जैसे भ्रष्टाचारी बेरोजगारी आदि। अम्फन के पैसे का बंदरबांट प्रधानमंत्री कृषि के लिए किसानों को दिया गया पैसा किसानों को नहीं मिलना आदि सत्ता परिवर्तन का कारण बनेगा मंतोष तिवारी ने कहा कि बंगाल से इस बार टी एम सी की सरकार को उसका घमंड ही ले डूबेगी।पार्टी से बड़े बड़े नेताओं का इस्तीफा देना तथा उनका प्रतिपक्ष में सामिल होना सत्तापक्ष पर भारी पड़ सकता है।